Sunday, 7 March 2021

हज़ारो फूल चाहिए एक मालाबनाने के लिए,हज़ारो दीपक चाहिए एक आरतीसजाने के लिए,हज़ारो बून्द चाहिए समुद्रबनाने के लिए,पर एक “स्त्री” अकेली ही काफी है..घर को स्वर्ग बनाने के लिए…