Monday, 31 May 2021
Sunday, 30 May 2021
HOW TO GET PEOPLE TO RESPECT YOU(1) Stop looking for who is not looking for you.(2) Stop begging. (3) Stop saying more than is necessary.(4) When people disrespect you, confront them immediately.(5) Don't eat other people's food more than they eat yours. (6) Reduce how you visit some people, especially if they don't visit you as well(7) Invest in yourself. Make yourself happy.(8) Stop entertaining gossip about other people.(9) Think before you talk. 80% of how people value you is what comes out of your mouth.(10) Always look your best. Dress the way you should be addressed.(11) Be an achiever. Get busy with your goals.(12) Respect your time. (13) Don't stay in a relationship where you don't feel respected and valued. Walk away.(14) Learn to spend money on yourself. That's how people will learn to spend on you.(15) Be scarce sometimes. (16) Be a giver more than a receiver. (17) Don't go where you are not invited. And when invited don't overstay your welcome.(18) Treat people exactly the way they deserve.(19) Except they owe you money, two call attempts is enough. If they value you they will call you back. (20) Be good at what you do. Be the best.
Saturday, 29 May 2021
Friday, 28 May 2021
Tuesday, 25 May 2021
Monday, 24 May 2021
Sunday, 23 May 2021
*मैं हूँ ना**ऑन-ड्यूटी नर्स उस चिंतित युवा सेना के मेजर को उस बिस्तर के पास ले गई।**"आपका बेटा आया है," उसने धीरे से बिस्तर पर पड़े बूढ़े आदमी से कहा।**बुजुर्ग की आंखें खुलने से पहले उसे कई बार इन्ही शब्दों को बार बार दोहराना पड़ा।**दिल के दौरे के दर्द के कारण भारी बेहोशी की हालत में हल्की हल्की आंखे खोलकर किसी तरह उन्होंने उस युवा वर्दीधारी मेजर को ऑक्सीजन टेंट के बाहर खड़े देखा।**युवा मेजर ने हाथ बढ़ाया।**मेजर ने अपने प्यार और स्नेह को बुजुर्ग तक पहुंचाने के लिए नजदीक जाकर ध्यानपूर्वज उन्हें गले लगाने का अधूरा सा प्रयास किया। इस प्यार भरे लम्हे के बाद मेजर ने उन बूढ़े हाथों को अपनी जवान उंगलियों में, प्यार से कसकर थामा और मैं आपके साथ, आपके पास ही हूँ, का अहसास दिलाया।**इन मार्मिक क्षणों को देखते हुए, नर्स तुंरन्त एक कुर्सी ले आई ताकि मेजर साहब बिस्तर के पास ही बैठ सके।**"आपका धन्यवाद बहन" ये बोलकर मेजर ने एक विनम्र स्वीकृति का पालन किया।**सारी रात, वो जवान मेजर वहां खराब रोशनी वाले वार्ड में बैठा रहा, बस बुजुर्ग का हाथ पकड़े पकड़े, उन्हें स्नेह,प्यार और ताकत के अनेको शब्द बोलते बोलते, संयम देते देते।**बीच बीच मे बहुत बार नर्स ने मेजर से आग्रह किया कि "आप भी थोड़ी देर आराम कर लीजिये" जिसे मेजर ने शालीनता से ठुकरा दिया।**जब भी नर्स वार्ड में आयी हर बार वह उसके आने और अस्पताल के रात के शोर शराबे से बेखबर ही रहा। बस यूँही हाथ थामे बैठा रहा। ऑक्सीजन टैंक की गड़गड़ाहट, रात के स्टाफ सदस्यों की हँसी का आदान-प्रदान, अन्य रोगियों के रोने और कराहने की आवाजे, कुछ भी उसकी एकाग्रता को तोड़ नही पा रहा था।**उसने मेजर को हरदम बस बुजुर्ग को कुछ कोमल मीठे शब्द बुदबुदाते सुना। मरने वाले बुजुर्ग ने कुछ नहीं कहा, रात भर केवल अपने बेटे को कसकर पकड़ रखा था।**भोर होते ही बुजुर्ग का देहांत हो गया। मेजर ने उनके बेजान हाथ को छोड़ दिया और नर्स को बताने के लिये गया।**पूरी रात मेजर ने बस वही किया जो उसे करना चाहिए था, उसने इंतजार किया ...**अंत में, जब नर्से लौट आई और सहानुभूति जताने के लिये कुछ कह पाती, उससे पहले ही मेजर ने उसे रोककर पूछा-"कौन था वो आदमी?"**नर्स चौंक गई, "वह आपके पिता था," उसने जवाब दिया।**"नहीं, वे नहीं थे" मेजर ने उत्तर दिया। "मैंने उन्हें अपने जीवन में पहले कभी नहीं देखा।"**"तो जब मैं आपको उनके पास ले गयी थी तो आपने कुछ कहा क्यों नहीं ?"**"मैं उसी समय समझ गया था कि कोई गलती हुई है, लेकिन मुझे यह भी पता था कि उन्हें अपने बेटे की ज़रूरत है, और उनका बेटा यहाँ नहीं है।"* *नर्स सुनती रही, उलझन में।* *"जब मुझे एहसास हुआ कि वो बुजुर्ग बहुत बीमार है, आखिरी सांसे गिन रहा है, उसे मेरी जरूरत है, तो मैं उनका बेटा बनकर रुक गया।"**"तो फिर आपके यहाँ अस्पताल आने का कारण?", नर्स ने उससे पूछा।**"जी मैं आज रात यहां श्री विक्रम सलारिया को खोजने आया था। उनका बेटा कल रात जम्मू-कश्मीर में मारा गया था, और मुझे उन्हें सूचित करने के लिए भेजा गया था।"**'लेकिन जिस आदमी का हाथ आपने पूरी रात पकड़े रखा, वे ही मिस्टर विक्रम सलारिया थे।'**दोनो कुछ समय तक पूर्ण मौन में खड़े रहे क्योंकि दोनों को एहसास था कि एक मरते हुए आदमी के लिए अपने बेटे के हाथ से ज्यादा आश्वस्त करने वाला कुछ नहीं हो सकता।**दोस्तो जब अगली बार किसी को आपकी जरूरत हो तो आप भी बस वहीं रुके रहें, बस साथ बने रहें, अंत तक। आपके बोल,उत्साह,आश्वासन तथा ये अहसास की मैं हूँ ना यही उसे स्वस्थ करने के लिये काफी है*.....!!
Saturday, 22 May 2021
LIFEDeath asked Life :Why does everyone love you and hate me.Life replied : Because I am a beautiful Lie and you are painful.Never try to maintain relations in your lifeJust try to maintain life in your relationsWe are very good Lawyers for our mistakes;and very good Judges for others` mistakesEntire water in the ocean can never sink a ship, Unless it gets inside.All the pressures of life can never hurt you unless you let it in Have an awesome day 🌷🌷
Friday, 21 May 2021
"डर......आधी रात में मां की नींद खुल गई थी और बेटे को बहू के कमरे की बजाय अपने बिस्तर पर बच्चों की तरह आड़ा-तिरछा लेटा हुआ पाकर आज फिर उसका दिल आशंकाओं से भर उठा था....बेटे के सर के नीचे एक तकिया लगा उसके माथे को सहलाते हुए वह धीरे से बुदबुदाई -अब तू कुछ परेशान सा रहता है....नहीं मां....शायद मां के स्पर्श से बेटे की कच्ची नींद भी खुल गई थी और वह करवट ले मां के करीब आ गया था...पिछले महीने पति के गुजर जाने के बाद अब उसे भी गहरी नींद कहां आती थी..रातें तो यूंही आंखें मूंद हल्की झपकियों में ही कट रही थी ऊपर से बेटे की यह बेचैनी...आजकल जाने कब तू मेरे बिस्तर पर आकर सो जाता है। बहू से नाराज है क्या....नहीं मां.... किसी अबोध की तरह मां से लिपटने की कोशिश करता इस सवाल को भी वह टाल गया...मां ने वही बिस्तर से सटे मेज पर रखें तांबे के लोटे से एक घूंट पानी पीकर लोटा वापस मेज पर रख दिया था और बिस्तर पर लेटने की बजाय एक तकिए का सहारा ले दीवार से अपनी पीठ टिका बैठ गई थी..."फिर क्या बात है बेटा...कुछ भी नही मां... मां की गोद को छोटे बच्चों की तरह बाहों में भरने की कोशिश करता वह उसके हर सवाल को खारिज कर गया था...बेटा ....बता ना... तेरी बेचैनी देख मेरा दिल घबराता है...उसने बेटे का सर अपनी गोद में रख लिया था।मां की घबराहट महसूस कर बेटे ने अब खुद सोने या मां के सो जाने का इंतजार करना छोड़ पीठ के बल लेट मां के दोनों हाथ अपने हाथों में ले अपने सीने पर रख लिया था..."मां.... आपको याद है, जब मैं बड़ा हो रहा था। पापा ने मेरा कमरा अलग कर दिया था..."अपने लिए अलग कमरे की जिद्द भी तो तूने ही की थी मां ने उसे याद दिलाया था..."हां....लेकिन तब आप मेरे सो जाने के बाद उस कमरे में आकर मेरे माथे को सहलाती अक्सर मेरे बिस्तर पर ही सो जाया करती थी...."और सुबह मुझे अपने बिस्तर पर पाकर तू अक्सर मुझसे एक सवाल पूछा करता था... याद है...सोई गहरी रात में मां-बेटे भूली-बिसरी बातें याद कर रहे थे..."हां.... याद है..."अच्छा...तो बता क्या पूछता था... सुबह की कहीं कितनी ही बातों को शाम तक भूल जाने वाले बेटे को बरसों पुरानी वह बात कहां याद होगी.. यह सोच मां मुस्कुराई थी..."यही की.... क्या आप पापा से नाराज हो....बेटे की अद्भुत यादाश्त क्षमता से रूबरू होती मां का निस्तेज होता चेहरा अचानक एक अद्भुत मुस्कान के साथ कमरे की मदीम रोशनी में भी जगमगा उठा...हां ....पर बेटा....तुझे ऐसा क्यों लगता था....आज वर्षो बाद शायद मां भी शिद्दत से बेटे के मन की उस बात को जान लेना चाहती थी जिसे जानने की फुर्सत उसे आज से पहले कभी नहीं मिली..."क्योंकि मैं आपको हमेशा पापा के साथ देखना चाहता था....पिता को याद करते हुए बेटे ने अपने सीने पर रखे मां के दोनों हाथों पर अपनी पकड़ मजबूत की थी...."बेटा.... मैं भी तुम्हें हमेशा बहू के साथ देखना चाहती हूं...मां ने झुक कर बेटे का माथा चूमकर कहा..."मां.... तब आप पापा को कमरे में अकेला छोड़ मेरे पास क्यों आ जाती थी....बरसों बाद बेटा भी अपने मन की जिज्ञासा मां के सामने रख रहा था..."बेटा...डर लगता था कि अकेले कमरे में कहीं तू डर ना जाए...."मां.... अब जब पापा नहीं रहे, मुझे भी डर लगता है..."क्यों बेटा..." मां अपने बेटे का "डर " जानने को अधीर हो उठी ...."कहीं आप अपने अकेलेपन से डर ना जाओ...इसलिए मैं .....इसके आगे वह कुछ कह ही नहीं पाया, मां-बेटा एक दूजे से लिपट गए थे और सारे शब्द आंसुओं में बह गए थे....🙏🙏🙏
LIFEDeath asked Life :Why does everyone love you and hate me.Life replied : Because I am a beautiful Lie and you are painful.Never try to maintain relations in your lifeJust try to maintain life in your relationsWe are very good Lawyers for our mistakes;and very good Judges for others` mistakesEntire water in the ocean can never sink a ship, Unless it gets inside.All the pressures of life can never hurt you unless you let it in Have an awesome day 🌷🌷
Thursday, 20 May 2021
*जब पड़ोस में कोई कोरोना का मरीज आता है तो आसपास वाले उसे ऐसे देखते है जैसा कि वो कोई आतंकवादी हो। कोरोना तो एक महामारी है, आज उसको हुआ है तो कल आपको भी हो सकता है, और ये महामारी तो कुछ समय बाद चली जायेगी। लेकिन वो जो मरीज आज पॉजिटिव है कल नेगेटिव भी हो जाएगा परंतु हमारे द्वारा किए गए व्यवहार को जब तक जियेगा, याद रखेगा। इसलिए आपके पड़ोस में कोई पॉजिटिव आता भी है तो उसे हालचाल जरूर पूछना। हो सकता है, आपके हाल चाल पूछने से वो जल्दी ठीक हो जाय और उसका आत्मविश्वास बढ़ जाये। यह भी एक पुण्य है.
Wednesday, 19 May 2021
🌹नारी और वृक्ष एक से होते हैं,खुश हों तो दोनों फूलों से सजते हैं.....!दोनों ही बढ़ते और छंटते हैं,इनकी छांव में कितने लोग पलते हैं.....!देना देना ही इनकी नियति है,औरों की झोली भरना दोनों की प्रकृति है.....!धूप और वर्षा सहने की पेड़ की शक्ति है,दुःख पाकर भी सह लेना नारी ही कर सकती है.....!!नारी और पेड़ में एक अबूझ रिश्ता है,जो दोस्ती से मिलता जुलता है....!पेड़ चाहता है कुछ पानी कुछ खाद,नारी चाहती है सिर्फ प्यार और सम्मान......!!🌹
Tuesday, 18 May 2021
You came naked,You will go naked.You arrived weak,You will leave weak.You came without money and things,You will leave even without money and things.Your first bath? Someone washed you,Your last bath? Someone will wash you.This is life!!!So why so much malice, so much envy, so much hate, so much resentment and so much selfishness?BE KIND to everyone and do good deeds.We have limited time on Earth don’t waste it in uselessness.
Monday, 17 May 2021
गणित का मर्डरएक बार पति ने पत्नी से 250 रु उधार लिए,कुछ दिनों बाद फिर ₹250 उधार लिए,.कुछ दिनो बाद पत्नी ने अपने पैसे मांगे। पति ने पूछा कितने ? पत्नी ने कहा ₹4100.वो बोला कैसे ? 🥺😳🥵 पत्नी का लेख-जोखा।👇👇👇👇 ₹ 2 5 0+₹ 2 5 0----------------- ₹ 4 10 0-----------------*पति तब से विचार कर रहा था, जाने किस स्कूल से पढी है ?पति ने बुद्धि लगाकर ₹100 दे दिये ,और पूछा अब कितने बचे ?फिर पत्नी ने अपना गणित लगाया, *₹ 4 1 0 0**- ₹ 1 0 0*---------------- ₹ 4----------------पति ने ₹ 4 दे दिये।हिसाब बराबरदोनों आनंदित जीवन जी रहें है। पर गणित का मर्डर हो गया"वह गणित से लड़ा पत्नी से नही"ध्यान रहे हमें बिमारी से लड़ना है, बिमार से नही 🙏दो ग़ज़ दूरी मास्क 😷 है जरूरी🤪
Sunday, 16 May 2021
पुरुष एक स्त्री से दूसरी स्त्री की ओर जाता है, और बदलता ही चला जाता है| लोग समझते है कि वह एक महान प्रेमी है; लेकिन वह कोई प्रेमी नहीं है, वह केवल बच रहा है, वह किन्हीं गहरे संबंधों से बचने की कोशिश कर रहा है| क्योंकि गहरे संबंधों में समस्याओं का सामना करना पड़ता है| और इसमें बहुत पीड़ा से गुज़रना पड़ता है| इसलिए व्यक्ति केवल सुरक्षित रहना चाहता है; लोग कोशिश करते हैं कि किसी के भीतर गहरे न उतरें। अगर तुम ज्यादा गहरे गए तो हो सकता है तुम आसानी से वापिस न आओ। और तुम किसी के भीतर गहरे उतरो तो कोई और भी तुम्हारे भीतर गहरे उतरेगा–– उसी अनुपात में। अगर मैं तुम्हारे भीतर गहरे जाऊं तो इसका रास्ता यही है कि मैं भी तुम्हें अपने भीतर गहरे प्रवेश करने दूं। यह लेन-देन है, साझेदारी है। फिर हो सकता है व्यक्ति अत्यधिक उलझ जाए, और भागना मुश्किल हो जाए और असहनीय पीड़ा हो। इसलिए लोग सुरक्षित रहना पसंद करते हैं कि सिर्फ सतहों को मिलने दो। छिछले प्रेम संबंध! इससे पहले कि तुम फंसो, भाग खड़े होओ।आधुनिक जीवन में ऐसा ही हो रहा है। लोग बचकाने हो गए हैं, इतने बचकाने कि उनकी सारी परिपक्वता खो गई है। परिपक्वता तभी आती है जब तुम आंतरिक पीड़ा से गुज़रने के लिए तैयार होते हो। प्रौढ़ता तभी आती है जब तुम यह चुनौती स्वीकारने के लिए तैयार होते हो। और प्रेम से बढ़कर कोई चुनौती नहीं है। दूसरे व्यक्ति के साथ प्रसन्नता पूर्वक रहना दुनिया में से बड़ी से बड़ी चुनौती है । अकेले शांति पूर्वक जीना बहुत आसान है, किसी दूसरे के साथ शांति पूर्वक जीना महा कठिन है क्योंकि दो संसार टकराते हैं, दो दुनियाएं मिलती हैं–– सर्वथा भिन्न दुनियाएं। वे एक दूसरे से आकर्षित कैसे होते हैं? क्योंकि वे एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं, लगभग विपरीत धृव हैं ।Osho
मैंने अपने पिताजी से सीखा**🥀✍🏻जैसे जैसे मेरी उम्र में वृद्धि होती गई, मुझे समझ आती गई कि अगर मैं Rs. 300 की घड़ी पहनूं या Rs. 30000 की, दोनों समय एक जैसा ही बताएंगी*।*मेरे पास Rs. 300 का बैग हो या Rs. 30000 का, इसके अंदर के सामान में कोई परिवर्तन नहीं होंगा।**मैं 300 गज के मकान में रहूं या 3000 गज के मकान में, तन्हाई का एहसास एक जैसा ही होगा*।*आख़िर में मुझे यह भी पता चला कि यदि मैं बिजनेस क्लास में यात्रा करूं या इक्नामी क्लास में, अपनी मंजिल पर उसी नियत समय पर ही पहुँचूँगा।**इसीलिए, अपने बच्चों को बहुत ज्यादा अमीर होने के लिए प्रोत्साहित मत करो बल्कि उन्हें यह सिखाओ कि वे खुश कैसे रह सकते हैं और जब बड़े हों, तो चीजों के महत्व को देखें, उसकी कीमत को नहीं।**फ्रांस के एक वाणिज्य मंत्री का कहना था*:-- -*ब्रांडेड चीजें व्यापारिक दुनिया का सबसे बड़ा झूठ होती हैं, जिनका असल उद्देश्य तो अमीरों की जेब से पैसा निकालना होता है, लेकिन गरीब और मध्यम वर्ग लोग इससे बहुत ज्यादा प्रभावित होते हैं।**क्या यह आवश्यक है कि मैं Iphone लेकर चलूं फिरू, ताकि लोग मुझे बुद्धिमान और समझदार मानें*?*क्या यह आवश्यक है कि मैं रोजाना Mac'd या KFC में खाऊँ ताकि लोग यह न समझें कि मैं कंजूस हूँ*?*क्या यह आवश्यक है कि मैं प्रतिदिन Friends के साथ उठक-बैठक Downtown Cafe पर जाकर लगाया करूँ, ताकि लोग यह समझें कि मैं एक रईस परिवार से हूँ*?*क्या यह आवश्यक है कि मैं Gucci, Lacoste, Adidas या Nike का ही पहनूं ताकि High Status वाला कहलाया जाऊँ*?*क्या यह आवश्यक है कि मैं अपनी हर बात में दो चार अंग्रेजी शब्द शामिल करूँ ताकि सभ्य कहलाऊं*?*क्या यह आवश्यक है कि मैं Adele या Rihanna को सुनूँ ताकि साबित कर सकूँ कि मैं विकसित हो चुका हूँ*?*नहीं दोस्तों !!!**मेरे कपड़े तो आम दुकानों से खरीदे हुए होते हैं*।*Friends के साथ किसी ढाबे पर भी बैठ जाता हूँ*।*भुख लगे तो किसी ठेले से ले कर खाने में भी कोई अपमान नहीं समझता।**अपनी सीधी सादी भाषा मे बोलता हूँ।**चाहूँ तो वह सब कर सकता हूँ जो ऊपर लिखा है।**लेकिन,**मैंने ऐसे लोग भी देखे हैं जो एक Branded जूतों की जोड़ी की कीमत में पूरे सप्ताह भर का राशन ले सकते हैं।**मैंने ऐसे परिवार भी देखे हैं जो मेरे एक Mac'd के बर्गर की कीमत में सारे घर का खाना बना सकते हैं।**बस मैंने यहाँ यह रहस्य पाया है कि बहुत सारा पैसा ही सब कुछ नहीं है, जो लोग किसी की बाहरी हालत से उसकी कीमत लगाते हैं, वह तुरंत अपना इलाज करवाएं।**मानव मूल की असली कीमत उसकी नैतिकता, व्यवहार, मेलजोल का तरीका, सहानुभूति और भाईचारा है, ना कि उसकी मौजुदा शक्ल और सूरत।**सूर्यास्त के समय एक बार सूर्य ने सबसे पूछा, मेरी अनुपस्थिति में मेरी जगह कौन कार्य करेगा*?*समस्त विश्व में सन्नाटा छा गया। किसी के पास कोई उत्तर नहीं था। तभी कोने से एक आवाज आई।**दीये ने कहा - "मै हूं ना" मैं अपना पूरा प्रयास करुंगा।**आपकी सोच में ताकत और चमक होनी चाहिए। छोटा-बड़ा होने से फर्क नहीं पड़ता, सोच बड़ी होनी चाहिए। मन के भीतर एक दीप जलाईये और सदा मुस्कुराते रहिए।* *इच्छाएं उम्मीदे ओर नाखून इन्हें समय समय काटते रहे.....* *अन्यथा ये दुख का कारण बनते है........
बहुत ही सटीक विश्लेषण मित्रों जरूर पढ़ें ❤️🙏❤️नदी से - पानी नहीं , रेत चाहिएपहाड़ से - औषधि नहीं , पत्थर चाहिएपेड़ से - छाया नहीं , लकड़ी चाहिएखेत से - अन्न नहीं , नकद फसल चाहिएउलीच ली रेत, खोद लिए पत्थर,काट लिए पेड़, तोड़ दी मेड़रेत से पक्की सड़क , पत्थर से मकान बनाकर लकड़ी के नक्काशीदार दरवाजे सजाकर,अब भटक रहे हैं.....!!सूखे कुओं में झाँकते, रीती नदियाँ ताकते, झाड़ियां खोजते लू के थपेड़ों में,बिना छाया के ही हो जाती सुबह से शाम....!!!और गली-गली ढूंढ़ रहे हैं आक्सीजनफिर भी सब बर्तन खाली l सोने के अंडे के लालच में , मानव ने मुर्गी मार डाली !!!,*विचार अवश्य कीजिए।❤️ पारस गुर्जर ❤️
भारत के नागरिक कितनें मासूम हैं..#जो लॉक डाउन की खबर सुनते ही गुटके की कीमत ₹5 से ₹7 कर देते हैं..🙄#जो डॉक्टरों द्वारा विटामिन सी अधिक लेने की कहने पर 50 रुपये प्रति किलो का नींबू 150 रुपये प्रति किलो बेचने लगते हैं..🙄#जो 40-50 रुपए का बिकने वाला नारियल पानी ₹100 का बेचने लगते हैं..🙄#जो मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी सुनते हैं, तो ऑक्सीजन की कालाबाजारी शुरू कर देते हैं..🙄#जो दम तोड़ते मरीजों की दुर्दशा देखते हैं तो रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करनी शुरू कर देते हैं..🙄#जो अपना ईमान बेच कर इंजेक्शन में पैरासिटामोल मिलाकर बेचने लगते हैं..🙄#जो डेड बॉडी लाने के नाम पर पानीपत से फरीदाबाद तक के ₹36000 मांगने लगते हैं..🙄😢😢🙏#जो मरीज को दिल्ली गाजियाबाद मेरठ नोएडा स्थित किसी हॉस्पिटल में पहुंचाने की बात करते हैं तो एंबुलेंस का किराया 10 से 15 हजार किराया मांगने लगते हैं..🙄क्या वास्तव में देश के नागरिक बहुत मासूम हैं.. या लाशों का मांस नोचने वाले गिद्ध... गिद्ध तो मरने के बाद अपना पेट भरने के लिए लाशों को नोचता है पर ये तो अपनी तिजोरियां भरने के लिए जिंदा इंसानों को ही नोच रहे हैं, कहाँ लेकर जाएंगे ऐसी दौलत या फिर किसके लिए ?..😢कभी सोचा है ?? एक बार सोचना जरूर..🤔एक दिन हिसाब सबको देना पड़ेगा, जनता की अदालत में नहीं तो ईश्वर की अदालत में...😢🙏🙏🙏.हिंदुस्तान को आज कोरोना नहीं मार रहा.इंसान इंसान को मार रहा है
द्वितीय विश्व युद्ध चल रहा था.. ब्रिटेन में अंडों की भारी कमी हो गई थी ब्रिटिश लोग नाश्ते में अंडा लेते हैं .फिर चर्चिल ने एक रिक्वेस्ट किया कृपया आप लोग अंडे मत लीजिए अंडे सिर्फ सैनिकों और गर्भवती महिलाओं के लिए रहने दीजिए .उसके बाद दुकानों पर भारी भीड़ लग गई थी और यह भीड़ अंडे खरीदने के लिए नहीं लगी थी बल्कि अंडों को वापस लौटाने के लिए लगी थी .और एक हम भारतीय हैं जो इंजेक्शन, आक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे हैं....शर्मनाक ।।ये एक राष्ट्र का चरित्र दर्शाता है।🙏🏻🙏🏻🙏🏻
एक राजा ने दो लोगों को मौत की सजा सुनाई ।उसमें से एक यह जानता था कि राजा को अपने घोड़े से बहुत ज्यादा प्यार है ।उसने राजा से कहा कि यदि मेरी जान बख्श दी जाए तो मैं एक साल में उसके घोड़े को उड़ना सीखा दूँगा ।यह सुनकर राजा खुश हो गया कि वह दुनिया के इकलौते उड़ने वाले घोड़े की सवारी कर सकता है ।दूसरे कैदी ने अपने मित्र की ओर अविश्वास की नजर से देखा और बोला, तुम जानते हो कि कोई भी घोड़ा उड़ नहीं सकता !तुमने इस तरह पागलपन की बात सोची भी कैसे ?तुम तो अपनी मौत को एक साल के लिए टाल रहे हो ।पहला कैदी बोला, ऐसी बात नहीं है ।मैंने दरअसल खुद को स्वतंत्रता के चार मौके दिए हैं ..पहली बात राजा एक साल के भीतर मर सकता है !दूसरी बात मैं मर सकता हूं !तीसरी बात घोड़ा मर सकता है !और चौथी बात… हो सकता है, मैं घोड़े को उड़ना सीखा दूं !!कहानी की सीखबुरी से बुरी परिस्थितियों में भी आशा नहीं छोड़नी चाहिए। रिकवरी रेट बढ़ रहा हैं, पॉज़िटिवीटी रेट घट रहा हैं, बिस्तर बढ़ रहे हैं, आक़्सिजन बढ़ रही है, इंजेक्शन का बड़ा उत्पादन शुरू हो गया है । वैक्सीन आ गई है !!रेल एक्सप्रेस, वायुयान दौड़ रहे है, आयुर्वेद और योग शक्ति दे रहा हैं, धेर्य रखें हम जीत रहें हैं । आत्मविश्वास बनाए रखना है और सकारात्मक रहना है । सब तरफ से कुछ अच्छा होने वाला है…
छोडो मेहँदी खडक संभालोखुद ही अपना चीर बचा लोद्यूत बिछाये बैठे शकुनि,मस्तक सब बिक जायेंगेसुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, अब गोविंद ना आयेंगे|कब तक आस लगाओगी तुम,बिक़े हुए अखबारों से,कैसी रक्षा मांग रही होदुशासन दरबारों से|स्वयं जो लज्जा हीन पड़े हैंवे क्या लाज बचायेंगेसुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो,अब गोविंद ना आयंगे|कल तक केवल अँधा राजा,अब गूंगा बहरा भी हैहोठ सी दिए हैं जनता के,कानों पर पहरा भी है|तुम ही कहो ये अश्रु तुम्हारे,किसको क्या समझायेंगे?सुनो द्रोपदी शस्त्र उठालो, अब गोविंद ना आयंगे|
I hope you have now learnt the importance of the following: *1.* Why bathrooms and toilets were *outside* our houses and not *inside*. *2.* Why we should not touch anything or anybody when we return from a barber shop or a funeral. You may return to normalcy *only* after having a bath as soon as you enter the house. *3.* Why footwears were kept outside the house and not inside. *4.* Why we needed to wash our hands and feet when we returned from school or after playing outside. *5.* Why a mandatory 10 days isolation/quarantine was required when there was a birth in the house or death in the family). *6.* Why households must not cook if there's a dead body inside the house. *7.* Why washing of clothes was done outside the house and not inside. *8.* Why it was mandatory to have bath before getting into the kitchen and cooking and eating food.*9.* Why once you have had a bath, you were not supposed to physically touch those who were still to take bath. Our "western education" brainwashed us to view all these things as "orthodox" with no place to follow in our 'modern" world. But these are the things which are coming to our rescue now. Maintaining physical hygiene, social distance and cleanliness were laughed at, ridiculed, insulted, systematically.Think how advanced our ancestors were and their knowledge of causative agents, sanitary practices and infection control . Time to go back to our roots.
*निराश होने की जरूरत नहीं है.....**सब-कुछ" लॉक-डाउन नहीं हुआ* !"सूरज" की किरणें कहाँ लॉक-डाउन हैं !"माँ" का प्यार कहाँ लॉक-डाउन है !"परिवार" का साथ कहाँ लॉक-डाउन है !!"सीखने" की कला कहाँ लॉक-डाउन है !!"पशु-पक्षी" का प्यार कहाँ लॉक-डाउन है !!"उम्मीद" की किरण कहाँ लॉक-डाउन है !!"मानवता" कहाँ लॉक-डाउन है !!"बच्चों" का प्यार कहाँ लॉक-डाउन है !!"फूलों" की सुगंध कहाँ लॉक-डाउन है !!"रसोई" माँ की कहाँ लॉक-डाउन है !!"हँसना" सब का "मुस्कुराना" कहाँ लॉक-डाउन है !!"भगवान" की प्रार्थना कहाँ लॉक-डाउन है !!"अच्छे" और सात्विक विचार कहाँ लॉक डाउन हैं !!वो तो जरा हम "वक्त" के पहिए से "घूमे" जा रहे थे !!तो जरा "थम" कर सोचने का "मौका" मिला है !!ए "इंसान" कमाने की "होड़" में लगा है !जरा कुछ "पल" साँस ले-ले !कुछ "अपनों" को तो कुछ "अपने" लिए भी जी ले !!कोई "परेशानी" अपने साथ बहुत कुछ "अच्छा" भी लाती है !और "बहुत" कुछ "सिखा" कर भी "जाती" है !तो जरा "पल-भर" ठहरो आत्म-चिंतन करो !*और "आने-वाले" सुखद समय की "प्रतीक्षा" और "स्वागत" करो !!**आप सभी सुरक्षित रहें, यही ईश्वर से मंगलकामना है।*
Saturday, 15 May 2021
Friday, 14 May 2021
40 साल पुरानी फिल्म बॉबी के एक गाने में प्रश्न पुछा था..... अंदर से कोई बाहर ना जा सके... बाहर से कोई अंदर न आ सके... सोचो कभी ऐसा हो तो क्या हो.... इसका सही उत्तर अखिरकार मिल गया ..... *कोरोना*..... 😃🤪😜एक नई बहु कल एक गाना गाते हुए कह रही थी...कोरोना ऐसो जिया में समायगयो रे कि...मैं तन मन की सुध बुध भुलाबैठी !हर खांसी पे समझी वोआए गयो रे....*झट मास्क में मुखड़ा छुपा बैठी !!*🤭🤭🤭अपनी बीवी........बीवी दूसरे की बीवी.......सोनाअपनी खांसी........खांसीदूसरे की खांसी........कोरोना 😅😉😇🙃😛😋😘🤪साल भर जैसे-तैसे तो....बचते-बचाते यहाँ तक पहुँचे थे और अब साला ऐसा लग रहा है जैसे साँप-सीढ़ी खेल में निन्यानवे वाले साँप ने काट लिया हो....साला फिर से नीचे पहले नम्बरपर आ पहुँचे है !😬😬😬कल मेरे एक दोस्त घर आए थे..मेरे बेटे ने उससे पूछ लिया....अंकल आप भाप लेंगे या काढ़ापता नही क्यूं मेरे से मिले बिनाही चले गए...🥰🤔🤓वैसे भी पहले 1921 में रेल भाप के सहारे चला करती थी,*और 2021 में इंसान भाप के सहारे चल रहा है ।* _*भाप लेते रहें....🌹
एक सुबह होगीजब लोगो के कंधो पर ऑक्सिजन सिलेंडर नही दफ्तर का बैग होगागली में एंबुलेंस नही स्कूल की वैन होगीऔर भीड़ दवा खानो पे नही चाय की दुकानो पर होगी।एक सुबह होगीजब पेपर के साथ पापा को काढ़ा नही चाय मिलेगी,दादा जी बाहर निकल के बेखौफ पार्क में गोते लगाएंगे,और दादी टेरेस पर नही मंदिर में जल चढ़ा के आयेंगी।एक सुबह होगीजब हाथो में कैरम और लूडो नही बैट और बाल होगा,मैदानो में सन्नाटे नही शोर का भार होगा,और शहरो की सारी पाबंदी हटेगी और फिर से त्योहार होगा।एक सुबह होगीजब जी भर के सबको गले लगाएंगे,कड़वी यादों को दफन कर फिर से मुस्कुराएंगे,और दुनिया को कह देंगे नज़र झुका लो हम वापस आए है। 🙏🙏
🥀🥀Karama 🥀🥀 चिड़िया जब जीवित रहती हैतब वो कीड़े-मकोड़ों को खाती है.और चिड़िया जब मर जाती है तब कीड़े-मकोड़े उसको खा जाते हैं। 👉🏿इसलिए इस बात का ध्यान रखो की समय और स्थिति कभी भी बदल सकते है👉🏿इसलिए कभी किसी का अपमान मत करो 👉🏿कभी किसी को कम मत आंको। 👉🏿तुम शक्तिशाली हो सकते हो पर समय तुमसे भी शक्तिशाली है।👉🏿एक पेड़ से लाखो माचिस की तिलियाँ बनाई जा सकती है। पर एक माचिस की तिली से लाखो पेड़ भी जल सकते है।👉🏿कोई चाहे कितना भी महान क्यों ना हो जाए, पर कुदरत कभी भी किसी को महान बनने का मौका नहीं देती।👉🏿कंठ दिया कोयल को, तो रूप छीन लिया ।👉🏿रूप दिया मोर को, तो ईच्छा छीन ली ।👉🏿दी ईच्छा इन्सान को, तो संतोष छीन लिया ।👉🏿दिया संतोष संत को, तो संसार छीन लिया।☝🏿मत करना कभी भी ग़ुरूर अपने आप पर 'ऐ इंसान'भगवान ने तेरे और मेरे जैसे कितनो को मिट्टी से बना कर, मिट्टी में मिला दिए ।☝🏿 इंसान दुनिया में तीन चीज़ो के लिए मेहनत करता है1-मेरा नाम ऊँचा हो .२ -मेरा लिबास अच्छा हो .3-मेरा मकान खूबसूरत हो ..☝🏿लेकिन इंसान के मरते ही भगवान उसकी तीनों चीज़ेसबसे पहले बदल देता है१- नाम = (स्वर्गीय )२- लिबास = (कफन )३-मकान = ( श्मशान )👉🏿जीवन की कड़वी सच्चाई जिसे हम समझना नहीं चाहते ये चन्द पंक्तियाँ जिसने भी लिखी है खूब लिखी है।👉🏿एक पत्थर सिर्फ एक बार मंदिर जाता है और भगवान बन जाता है ..इंसान हर रोज़ मंदिर जाते है फिर भी पत्थर ही रहते है ..!!👉🏿एक औरत बेटे को जन्म देने के लिये अपनी सुन्दरता त्याग देती है.......औरवही बेटा एक सुन्दर बीवी के लिए अपनी माँ को त्याग देता हैजीवन में हर जगहहम "जीत" चाहते हैं...👉🏿सिर्फ फूलवाले की दूकान ऐसी हैजहाँ हम कहते हैं कि हमें"हार" चाहिए।🙏💐
Thursday, 13 May 2021
Wednesday, 12 May 2021
Tuesday, 11 May 2021
Monday, 10 May 2021
Sunday, 9 May 2021
Saturday, 8 May 2021
Friday, 7 May 2021
Thursday, 6 May 2021
Wednesday, 5 May 2021
राजा को बड़ा गुमान था अपने दरबारियों पर ! पर चुन चुन कर इकट्ठे किये गये उसके ये दरबारी दावते उड़ा उड़ा कर काहिल और निकम्मे हो चुके थे ! चूँकि वो जानते थे कि उनके ऐशोआराम राजा की ही बदौलत है इसलिये राजा की तारीफ़ में दिन रात एक किये रहते ! और तारीफ़े सुन सुनकर राजा को भी ये इत्मिनान हो गया कि उससे ज़्यादा बेहतरीन राजा इस ज़मीन पर अब तक ना कोई हुआ है ना आगे होगा ! पर जैसा कि हर राजा की कहानी में होता है ,उसे सही सलाह देने वाला एक ना एक आदमी तो उसके आसपास होता ही है ! ऐसा ही एक आदमी इस राजा के पास भी था जो सच बोलना जानता था ! अब इस सच बोलने वाले आदमी ने इस सारे मामले से ऊब कर राजा को बताया कि आजकल राज में जो चल रहा है उसपर उसे आँख मूँद कर भरोसा नही करना चाहिये ! और उसके आसपास इकट्ठे लोग उसकी आरती केवल इसलिये उतारते है क्योंकि वो पेट पर लात नहीं खाना चाहते !राजा एकदम से तो नहीं माना पर माना ! उसने अपने दरबारियों की असलियत जानने के लिये एक उपाय सोचा और प्लान के तहत एक गधा ख़रीदा और उसे एक ख़ास अस्तबल में रखा ! उसके बारे में अपने दरबारियों को बताया कि उसने अरबी नस्ल का ख़ास घोड़ा ख़रीदा है और मैं चाहता हूँ आप उसे देखे और लौट कर उसके बारे में मुझे अपनी राय बताये ! अगले दिन फिर दरबार सज़ा ! और दरबारियों ने देखे गये गधे के बारे में अपनी राय ज़ाहिर करना शुरू की !हुज़ूर क्या घोड़ा है ! कुछ मत पूछिये !एक ने कहा क्या आँखें है उसकी माधुरी दीक्षित को मात करती है इसकी आँखें !दूसरा बोला ! क्या टाँगे है उसकी हुज़ूर ! मिल्खा सिंह देखे तो शरमा जाये ! तीसरे ने कहा ! उसकी पीठ तो ऐसी है कि उसके आगे रॉल्स रायस की सीटें बेकार है ! फिर तो चेहरे की ,कानों की ,ओठो की ,पेट की ,पूँछ की यहाँ तक गधे के दिमाग की भी तारीफ़े हुई ! तारीफ़ करने वालों के बीच होड़ लग गई ! राजा के गधे को घोड़ों का राजा बताया गया ! राजा अंदर से हिल गया कि ये ख़ुशामदी नमूने इकट्ठे कर वो कितनी बडी नादानी कर बैठा है ! पर राजा को अभी भी पूरी तसल्ली हुई नहीं थी इसलिये उसने सच बोलने वाले के कहने पर उस गधे की सवारी करना शुरू कर दी ! राजा गधे पर था तो दरबारियों की क्या मजाल कि वो घोड़ों पर चढ़ते ! पूरे राज्य में गधो ने घोड़ों की जगह ले ली ! गधे घोड़ों से मंहगे हो गये ! घोडे मारे मारे फिरने लगे ! ऐसे लोग जो घोड़ों पर चढ़ते थे उनका मज़ाक़ बनने लगा ! कुछ समझदारों ने लोगों को गधो और घोड़ों के बीच अंतर की बात समझानी भी चाही पर वो गिनती में इतने कम थे कि भीड़ के शोर में उनकी आवाज़ दब गई ! पर राजा तो अपने गधे की असलियत जानता था ! और अब गधे की वजह से अपने दरबारियों का गधापन भी उसके सामने था ! ऐसे में राजा दुखी हुआ उसने सच बोलने वाले को बुलाया ! अपनी ग़लती मंज़ूर की ! और पूछा ! कि क्या हमारे राज में सारे गधे ही बसते है ! सच बोलने वाले ने उसे ढाढ़स बँधाया ! बताया ऐसा है नहीं पर चूँकि बहुमत गधो का ही है इसलिये ऐसा गधापन चल जाना कोई बड़ी बात नहीं ! राजा ने कहा ! ऐसे मे क्या किया जाये ! क्या मैं अपनी झूठी तारीफ़ करने वाले इन दरबारियों का मुँह काला कर दूँ !सच बोलने वाले ने कहा ! ऐसा करके फिर ग़लती करेंगे आप ! दरबारी इसलिये नहीं होते कि वो प्रशासन चलाने में आपकी मदद करे ! दरबारियों का काम हमेशा से राजा की हाँ में हाँ मिलाने का ही तय है और ये अपना काम बहुत अच्छे तरीक़े से कर रहे है ! पर कुछ लोग तो तुम्हारे जैसे मिल ही जायेगे मुझे ! आपको ऐसी ग़लती करना नही चाहिये ! सच बोलने वालो के पास अपना दिमाग होता है ! वे अच्छे प्रशासक भले हो पर जल्दी ही वे राजा के गधे मे दोष ढूँढने लगेंगे ,और राजा की भलाई इसी मे है कि ऐसे लोगो से दूर रहे जो उसके गधे को गधा कहते हो !
Tuesday, 4 May 2021
Sharing a poem by 13th Century Sufi poet - Jalaluddin Rumi ✍UNFOLDING THE ROSE 🌷It is only a tiny rosebud,A flower of God's design;But I cannot unfold the petalsWith these clumsy hands of mine.The secret of unfolding flowersIs not known to such as I.GOD opens this flower so sweetly,When in my hands they fade and die. 🥀If I cannot unfold a rosebud,This flower of God's design,Then how can I think I have wisdomTo unfold this life of mine?So I'll trust in Him for His leadingEach moment of every day.I will look to Him for His guidanceEach step of the pilgrim way.The pathway that lies before me,Only my Heavenly Father knows.I'll trust Him to unfold the moments,Just as He unfolds the rose. 🌹~ Rumi
Someone has nicely explained the irony in the present situation:“ Never have I seen such a mess in life. The air is pure but wearing a mask is mandatory.Roads are empty but it is impossible to go on long drive.People have clean hands but there is a ban on shaking hands.Friends have time to sit together but they cannot get together.The cook inside you is crazy, but you cannot call anyone for lunch or dinner. Every Monday, the heart longs to go out, but the weekend does not seem to end. Those who have money have no way to spend it. Those who don't have money have no way to earn it.There is enough time on hand but you can't fulfill your dreams. The culprit is all around but cannot be seen. A world full of irony! Be positive but test negative.”
*अगर बोलीवुड की फिल्में 'कोरोना' पे बनती तो कैसे डायलोग्स होते?*🤔*शोले* ये मास्क मुझे दे दे ठाकुर.*दीवार*मेरे पास मास्क है, सेनिटाईजर है, ईन्श्योरन्स है, बेंक बेलेन्स है, तुम्हारे पास क्या है? - मेरे पास कोरोना वेक्सिन है.*दबंग*कोविड से डर नहीं लगता साहब, लोकडाउन से लगता है.*बाजीराव मस्तानी* अगर आपने हमसे हमारा सेनिटाईजर मांगा होता तो हम खुशी खुशी दे देते, मगर आपने तो मास्क ना पहनकर हमारा गुरूर ही तोड़ दिया.*डॉन*कोरोना की वेक्सिन तो ग्यारह मुल्कों की डॉक्टर्स ढूंढ रही है, पर वेक्सिन को ढूँढना मुश्किल ही नही, नामुमकिन है.*देवदास*कौन कमबख्त है जो बर्दाश्त करने के लिये पीता है? हम तो इसलिए पीते हैं कि देश की ईकोनोमी ऊपर उठा सकें, लोकडाउन को बर्दाश्त कर सकें.*ज़िन्दगी ना मिलेगी दोबारा*अगर साबुन से हाथ धो रहे हो, तो जिंदा हो तुम.अगर चेहरे पे मास्क लगाकर घूम रहे हो तो जिंदा हो तुम.अगर सोश्यल डिस्टन्सिंग फोलो कर रहे हो तो जिंदा हो तुम.अगर बारबार चेहरे पे हाथ नहीं लगा रहे तो जिंदा हो तुम.अगर घरमें झाडू, पोछा, बरतन कर रहे हो तो जिंदा हो तुम.*दामिनी*तारीख पे तारीख, तारीख पे तारीख! हमेशा अगले लोकडाउन की तारीख ही मिलती रही है मिलोर्ड, पर नहीं मिली तो लोकडाउन की आखिरी तारीख!*ओम शांति ओम*अगर कोरोना के नए केस आने बंद नहीं हुए तो समझ लो कि लोकडाउन अभी बाकी है मेरे दोस्त.*मुगल-ए-आजम*सोश्यल डिस्टन्सिंग तुम्हें मरने नहीं देगा और लोकडाउन तुम्हें जीने नही देगा.*पाकीज़ा*आपके पाँव देखे, बहोत हसीन हैं, इन्हें घर पर ही रखिएगा, वरना कोरोना हो जाएगा.😂 😆 👆👆😅
Monday, 3 May 2021
Sunday, 2 May 2021
You came naked,You will go naked.You arrived weak,You will leave weak.You came without money and things,You will leave even without money and things.Your first bath? Someone washed you,Your last bath? Someone will wash you.This is life!!!So why so much malice, so much envy, so much hate, so much resentment and so much selfishness?BE KIND to everyone and do good deeds.We have limited time on Earth don’t waste it in uselessness.
Saturday, 1 May 2021
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