Thursday, 30 September 2021
Wednesday, 29 September 2021
Tuesday, 28 September 2021
Monday, 27 September 2021
Sunday, 26 September 2021
Saturday, 25 September 2021
Friday, 24 September 2021
Thursday, 23 September 2021
एक औरत की कमी तब अखरती हैजब वो चली जाती है, ❤️और वापस लौट कर नहीं आतीछत पर लगे जाले व आँगन की धूलहटाने में संकोच आता है।" तुम्हारी ये सफाई " कहने का मौकानहीं मिल पाता !!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब कालरों की मैल छुटाने मेंपसीना छूट जाता हैचूडियां साथ में नहीं खनकतीउसका "मेहनतकश" होना याद आता है !!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब घर में देर से आने पररोटियां ठंडी हो जाती है सब्जियों मेंतुम्हारी पसंद का जायका नहीं रहताऔर तुमसे यह कहते नही बनता"मुझे ये पसंद नहीं "!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब बच्चा रात को ज़ोर से रोता हैआप अनमने से उठ जाते होऔर यह नहीं कह पाते"कितनी लापरवाह हो तुम"!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब आप रात में अकेले सोते हैंकरवट बदलते रहते हैं बगल मेंपर हाथ धरने पर कुछ नहीं मिलता!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब त्यौहारों के मौसम मेंनयी चीज़ों के लिए कोई नहीं लड़ताऔर तुमसे ये कहते नही बनता"और पैसे नहीं हैं "!!एक औरत की कमी तब अखरती हैजब आप गम के बोझ तले दबे होते हैं ,निपट अकेले रोते हैंऔर आपके आंसू पोंछने वाला कोई नहीं होताआप किसी से कुछ नहीं कह पातेहाँ, औरत की कमी तब अखरती जरूर है...
10 लाख का दहेज़5 लाख का खानाघड़ी पहनायीअंगूठी पहनाईमंडे का खानाफिर सब सुसरालियो को कपड़े देना ।बारात को खिलाना फिर बारात को जाते हुए भी साथ में खाना भेजनाबेटी हो गई कोई सज़ा हो गई।और यह सब जब से शुरू होता है जबसे बातचीत यानी रिश्ता लगता हैफिर कभी नन्द आ रही है, जेठानी आ रही हैकभी चाची सास आ रही है मामी सास आ रही है टोलीया बनाबना के आते हैं और बेटी की मां चेहरे पे हलकी सी मुस्कराहट लिए सबको आला से आला खाना पेश करती है सबका अच्छी तरह से वेलकमकरती है फिर जाते टाइम सब लोगो को 500-500 रूपे भी दिए जातेहै फिर मंगनी हो रही है बियाह ठहर रहा है फिर बारात के आदमी तयहो रहे है 500 लाए या 800बाप का एक एक बाल कर्ज में डूब जाता है और बाप जब घर आता हैशाम को तो बेटी सर दबाने बैठ जाती है कि मेरे बाप का बाल बाल मेरीवजह से कर्ज में डूबा हैभगवान के वास्ते इन गंदे रस्म रिवाजों को खत्म कर दो ताकि हर बापअपनी बेटी को इज़्ज़त से विदा कर सके।🙏
Wednesday, 22 September 2021
Tuesday, 21 September 2021
Monday, 20 September 2021
Sunday, 19 September 2021
Saturday, 18 September 2021
Friday, 17 September 2021
Thursday, 16 September 2021
Wednesday, 15 September 2021
You came naked,You will go naked.You arrived weak,You will leave weak.You came without money and things,You will leave even without money and things.Your first bath? Someone washed you,Your last bath? Someone will wash you.This is life!!!So why so much malice, so much envy, so much hate, so much resentment, so much selfishness and so much pride?why, when we have to go empty handed?
Tuesday, 14 September 2021
जब लड़का शादी कर के अपने घरपहुँचा, तो सबने पूछा क्या क्या मिला है दहेज में, कुछ देर तो लड़का चुप रहा, फिर जब उसे अपनी दुल्हन की रोने की आहट हुयी तो उससे रहा नहीं गया, ओ बोला, आज मै दुनिया का अमीर आदमी बन गया, एक बाप ने मुझे अपनी जान से भी प्यारी बेटी दे दी, एक भाई ने अपनी हमजोली दे दी, एक बहन ने अपनी परछाई दे दी, और तो और एक माँ जो दुनिया को सबकुछ दे सकती हैं पर अपनी संतान नहीं ओ माँने अपने आँचल में खेली गुड़िया दे दी, और क्या चाहिए मुझे।
Sunday, 12 September 2021
नदी जब निकलती है कोई नक्शा पास नहीं होता कि "सागर" कहां है ? बिना नक्शे के सागर तक पहुंच जाती है। ऐसा नहीं है कि नदी कुछ नहीं करती । उसको "सागर" तक पहुंचने के लिए लगातार "बहना" अर्थात "कर्म" करना पड़ता है। इसीलिए "कर्म" करते रहिये, नवशा तो भगवान पहले ही बना कर बैठे हैं , हमको तो सिर्फ "बहना" ही है |
Saturday, 11 September 2021
ज़िन्दगी में दो मिनट कोई मेरे पास ना बैठा, आज सब मेरे पास बैठे जा रहे थे.....कोई तोहफा ना मिला आज तक,और आज फूल ही फूल दिये जा रहे थे.......तरस गये थे हम किसी एक हाथ के लिये,और आज कंधे पे कंधे दिये जा रहे थे......दो कदम साथ चलने को तैयार न था कोई, और आज काफिला बन साथ चले जा रहे थे......आज पता चला कि मौत कितनी हसीन होती है, कमबख्त हम तो यूँ ही ज़िन्दगी जीये जा रहे थे.....!!
Friday, 10 September 2021
Thursday, 9 September 2021
Wednesday, 8 September 2021
*बुजुर्ग पिताजी जिद कर रहे थे कि, उनकी चारपाई बाहर बरामदे में डाल दी जाये।* *बेटा परेशान था।* *बहू बड़बड़ा रही थी..... कोई बुजुर्गों को अलग कमरा नही देता। हमने दूसरी मंजिल पर कमरा दिया.... AC TV FRIDGE सब सुविधाएं हैं, नौकरानी भी दे रखी है। पता नहीं, सत्तर की उम्र में सठिया गए हैं..?**पिता कमजोर और बीमार हैं....* *जिद कर रहे हैं, तो उनकी चारपाई गैलरी में डलवा ही देता हूँ। निकित ने सोचा।... पिता की इच्छा की पू्री करना उसका स्वभाव था।**अब पिता की एक चारपाई बरामदे में भी आ गई थी।* *हर समय चारपाई पर पडे रहने वाले पिता।* *अब टहलते टहलते गेट तक पहुंच जाते ।* *कुछ देर लान में टहलते लान में नाती - पोतों से खेलते, बातें करते,* *हंसते , बोलते और मुस्कुराते ।* *कभी-कभी बेटे से मनपसंद खाने की चीजें भी लाने की फरमाईश भी करते ।* *खुद खाते , बहू - बेटे और बच्चों को भी खिलाते ....**धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य अच्छा होने लगा था।**दादा ! मेरी बाल फेंको। गेट में प्रवेश करते हुए निकित ने अपने पाँच वर्षीय बेटे की आवाज सुनी,* *तो बेटा अपने बेटे को डांटने लगा...😗*अंशुल बाबा बुजुर्ग हैं, उन्हें ऐसे कामों के लिए मत बोला करो।**पापा ! दादा रोज हमारी बॉल उठाकर फेंकते हैं....अंशुल भोलेपन से बोला।**क्या... "निकित ने आश्चर्य से पिता की तरफ देखा ?* *पिता ! हां बेटा तुमने ऊपर वाले कमरे में सुविधाएं तो बहुत दी थीं।* *लेकिन अपनों का साथ नहीं था। तुम लोगों से बातें नहीं हो पाती थी।* *जब से गैलरी मे चारपाई पड़ी है, निकलते बैठते तुम लोगों से बातें हो जाती है।* *शाम को अंशुल -पाशी का साथ मिल जाता है।**पिता कहे जा रहे थे और निकित सोच रहा था.....* *बुजुर्गों को शायद भौतिक सुख सुविधाऔं**से ज्यादा अपनों के साथ की जरूरत होती है....।**बुज़ुर्गों का सम्मान करें ।* *यह हमारी धरोहर है ...!**यह वो पेड़ हैं, जो थोड़े कड़वे है, लेकिन इनके फल बहुत मीठे है, और इनकी छांव का कोई मुक़ाबला नहीं !* _*लेख को पढ़ने के उपरांत अन्य समूहों में साझा अवश्य करें...!!**और अपने बुजुर्गों का खयाल हर हाल में अवश्य रखें...।*🙏🏼🙏🏼🙏🙏🙏🙏🙏
अच्छे संस्कार.....1. लगातार दो बार से अधिक किसी को कॉल न करें*। यदि वे आपकी *कॉल नहीं उठाते हैं, तो मान लें कि इस वक्त उनके पास कुछ महत्वपूर्ण कार्य है।2. वह धन पहले लौटाएँ जो दूसरे व्यक्ति के याद दिलाने या माँगने से पहले ही लिया हो। *यह आपकी ईमानदारी और चरित्र को दर्शाता है।3. जब कोई आपको लंच / डिनर दे रहा हो तो कभी भी *मेनू पर महंगे पकवान का ऑर्डर न करें।* यदि *संभव हो तो उन्हें ही आपके लिए अपनी पसंद का ऑर्डर* करने के लिए कहें।4. ओह! तो आपने अभी तक शादी नहीं की है'? या अरे! 'क्या आपके बच्चे नहीं हैं’ जैसे अजीबो गरीब सवाल *नहीं पूछें।*'आपने घर क्यों नहीं खरीदा'? या 'आप कार क्यों नहीं खरीदते'? *यह आपकी समस्या नहीं है*।5. अपने *पीछे आने वाले व्यक्ति के लिए हमेशा दरवाजा खोलें*। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह लड़का है या लड़की, सीनियर है या जूनियर। आप सार्वजनिक रूप से किसी के भी साथ *अच्छा व्यवहार करें*।6. यदि आप किसी दोस्त के साथ टैक्सी लेते हैं, और वह अभी भुगतान करता है, तो *अगली बार आप भुगतान करने का प्रयास करें*।7. *विभिन्न प्रकार के विचारों का सम्मान करें*। याद रखें कि आपके लिए जो 6 दिख रहा है वो सामने से आने वाले लोगों को 9 दिखाई देगा। 8. लोगों से बात करते समय बीच में कभी *बाधा न डालें*। उन्हें अपनी बात कहने की अनुमति दें। 9. यदि आप किसी को चिढ़ाते हैं, और वे इसका आनंद नहीं लेते हैं, *तो इसे रोकें और फिर कभी ऐसा न करें*। 10. जब कोई आपकी मदद कर रहा हो तो *"धन्यवाद" जरूर कहें।*11. *सार्वजनिक रूप से प्रशंसा करें*! जरूरी हो तभी *निजी तौर पर आलोचना करें*।12. किसी के वजन पर टिप्पणी करने का कभी कोई मतलब नहीं है। *बस कहें, "आप शानदार दिखते हैं*।" 13. जब कोई आपको अपने मोबाईल पर एक फोटो दिखाता है, तो *स्वयं उसके मोबाइल पर बाएं या दाएं स्वाइप न करें*। आपको नहीं पता कि आगे उसका निजी फोटो है।14. यदि कोई सहकर्मी आपको बताता है कि उसे डॉक्टर से मिलना है, तो *यह न पूछें कि किस लिये मिलना है?*, बस कहें "मुझे आशा है कि आप ठीक हैं"। अपनी व्यक्तिगत बीमारी बताने के लिए उन्हें असहज स्थिति में न डालें। 15. अगर *आप अपने से नीचे के लोगों के साथ सम्मान* के साथ व्यवहार करते हैं तो लोग नोटिस करेंगे।16. यदि कोई व्यक्ति आपसे सीधे बात कर रहा है, तो अपने *फोन को देखना अशिष्टता है*;17. जब तक आप से नहीं पूछा जाये तब तक कभी भी *बिन मांगे सलाह न दें*;18. जब किसी से लंबे समय के बाद मिल रहे हो तो, जब तक वे इसके बारे में बात न करें, तब तक उनसे उनकी *उम्र और वेतन न पूछें*।19. अपने *काम से काम रखें* 20. अपने *धूप के चश्मे को हटा दें* जिस समय आप किसी से सड़क पर बात कर रहे हैं। यह सम्मान की निशानी है। *नेत्र संपर्क* आपके भाषण में महत्वपूर्ण है।21. *गरीबों के बीच* में अपने *धन के बारे में* कभी *बात न करें*।22. और अंत में...ऐसी *पोस्ट साझा करें।* जिससे कि आपने जो कुछ सीखा है उससे *दूसरों को भी सीखने में मदद मिले
Tuesday, 7 September 2021
बुजुर्ग पिताजी जिद कर रहे थे कि, उनकी चारपाई बाहर बरामदे में डाल दी जाये।बेटा परेशान था।बहू बड़बड़ा रही थी..... कोई बुजुर्गों को अलग कमरा नही देता। हमने दूसरी मंजिल पर कमरा दिया.... AC TV FRIDGE सब सुविधाएं हैं, नौकरानी भी दे रखी है। पता नहीं, अस्सी की उम्र में सठिया गए हैं..?पिता कमजोर और बीमार हैं....जिद कर रहे हैं, तो उनकी चारपाई गैलरी में डलवा ही देता हूँ। निकित ने सोचा।... पिता की इच्छा पू्री करना उसका स्वभाव था।अब पिता की एक चारपाई बरामदे में भी आ गई थी।हर समय चारपाई पर पडे रहने वाले पिता ।अब टहलते टहलते गेट तक पहुंच जाते ।कुछ देर लान में टहलते लान में नाती - पोतों से खेलते, बातें करते,हंसते , बोलते और मुस्कुराते ।कभी-कभी बेटे से मनपसंद खाने की चीजें भी लाने की फरमाईश भी करते ।खुद खाते , बहू - बेटे और बच्चों को भी खिलाते ....धीरे-धीरे उनका स्वास्थ्य अच्छा होने लगा था।दादा ! मेरी बाल फेंको। गेट में प्रवेश करते हुए निकित ने अपने पाँच वर्षीय बेटे की आवाज सुनी,तो बेटा अपने बेटे को डांटने लगा...😗अंशुल बाबा बुजुर्ग हैं, उन्हें ऐसे कामों के लिए मत बोला करो।*पापा ! दादा रोज हमारी बॉल उठाकर फेंकते हैं....अंशुल भोलेपन से बोला।*कया... "निकित ने आश्चर्य से पिता की तरफ देखा ?पिता ! हां बेटा तुमने ऊपर वाले कमरे में सुविधाएं तो बहुत दी थीं। लेकिन अपनों का साथ नहीं था। तुम लोगों से बातें नहीं हो पाती थी। जब से गैलरी मे चारपाई पड़ी है, निकलते बैठते तुम लोगों से बातें हो जाती है।* *शाम को अंशुल -पाशी का साथ मिल जाता है।पिता कहे जा रहे थे और निकित सोच रहा था.....*बुजुर्गों को शायद भौतिक सुख सुविधाऔं**से ज्यादा अपनों के साथ की जरूरत होती है....।**बुज़ुर्गों का सम्मान करें ।* *यह हमारी धरोहर है ...!**यह वो पेड़ हैं, जो थोड़े कड़वे है, लेकिन इनके फल बहुत मीठे है, और इनकी छांव का कोई मुक़ाबला नहीं !*और अपने बुजुर्गों का खयाल हर हाल में अवश्य रखें...।🙏🏼🙏🏼🙏🙏🙏🙏🙏copied-—-—•—-—•-—-—•—-—•-—-—•—-—•बड़े बुज़ुर्ग पेड़ों के जैसे.. सृष्टि रहे संभाल ..जैसे तुझको पाला था .. वैसे इनको पाल..तू बड़ा ये तुझसे बड़े.. इन पर कभी न चीख..समझ का ये पिटारा.. कुछ सीख सके तो सीख.. -
Sunday, 5 September 2021
Saturday, 4 September 2021
Friday, 3 September 2021
Thursday, 2 September 2021
Wednesday, 1 September 2021
*ये कहानी आपके जीने की सोच बदल देगी!*एक दिन एक किसान का बैल कुएँ में गिर गया। वह बैल घंटों ज़ोर -ज़ोर से रोता रहा और किसान सुनता रहा और विचार करता रहा कि उसे क्या करना चाहिऐ और क्या नहीं।अंततः उसने निर्णय लिया कि चूंकि बैल काफी बूढा हो चूका था अतः उसे बचाने से कोई लाभ होने वाला नहीं था और इसलिए उसे कुएँ में ही दफना देना चाहिऐ।। किसान ने अपने सभी पड़ोसियों को मदद के लिए बुलाया सभी ने एक-एक फावड़ा पकड़ा और कुएँ में मिट्टी डालनी शुरू कर दी।जैसे ही बैल कि समझ में आया कि यह क्या हो रहा है वह और ज़ोर-ज़ोर से चीख़ चीख़ कर रोने लगा और फिर ,अचानक वह आश्चर्यजनक रुप से शांत हो गया। सब लोग चुपचाप कुएँ में मिट्टी डालते रहे तभी किसान ने कुएँ में झाँका तो वह आश्चर्य से सन्न रह गया..अपनी पीठ पर पड़ने वाले हर फावड़े की मिट्टी के साथ वह बैल एक आश्चर्यजनक हरकत कर रहा था वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को नीचे गिरा देता था और फिर एक कदम बढ़ाकर उस पर चढ़ जाता था। जैसे-जैसे किसान तथा उसके पड़ोसी उस पर फावड़ों से मिट्टी गिराते वैसे -वैसे वह हिल-हिल कर उस मिट्टी को गिरा देता और एक सीढी ऊपर चढ़ आता जल्दी ही सबको आश्चर्यचकित करते हुए वह बैल कुएँ के किनारे पर पहुंच गया और फिर कूदकर बाहर भाग गया । ध्यान रखे आपके जीवन में भी बहुत तरह से मिट्टी फेंकी जायेगी बहुत तरह की गंदगी आप पर गिरेगी जैसे कि , आपको आगे बढ़ने से रोकने के लिए कोई बेकार में ही आपकी आलोचना करेगा कोई आपकी सफलता से ईर्ष्या के कारण आपको बेकार में ही भला बुरा कहेगा कोई आपसे आगे निकलने के लिए ऐसे रास्ते अपनाता हुआ दिखेगा जो आपके आदर्शों के विरुद्ध होंगे... ऐसे में आपको हतोत्साहित हो कर कुएँ में ही नहीं पड़े रहना है बल्कि साहस के साथ हर तरह की गंदगी को गिरा देना है और उससे सीख ले कर उसे सीढ़ी बनाकर बिना अपने आदर्शों का त्याग किये अपने कदमों को आगे बढ़ाते जाना है। सकारात्मक रहे.. सकारात्मक जिए!इस संसार में.... सबसे बड़ी सम्पत्ति *"बुद्धि "* सबसे अच्छा हथियार *"धैर्य"* सबसे अच्छी सुरक्षा *"विश्वास"* सबसे बढ़िया दवा *"हँसी"* हैऔर आश्चर्य की बात कि *"ये सब निशुल्क हैं "*सोच बदलो जिंदगी बदल जायेगी।(कॉपी)
*सीन_1**सुबह सब्जी मंडी का दृश्य :-काका आलू कैसे दिए।।**(किसान)- 15 ₹ किलो बाऊजी**सही लगाओ*किसान- सही है बाऊजी*बड़ी लूट मचा रखी है 10 के लगाओ।*किसान- नही बाऊजी, नही बैठेगा ।अरे देदो... दो किलो लूंगा*किसान- ठीक है बाउजी लेलो।😢**सीन_2*शाम का वक़्त घर का दृश्य:Hello pizza hut: Yes sir.Please book order, one large capsicum paneer pizza with extra cheez and one garlic bread.Ans: Okay sir.*सीन_3*Knock knock.... Ting tongकौन है ?Pizza delivery boy: Pizza hut, sir.Ohh coming... Thanks.... कितना हुआ ? Ans: 570 Rs. Sir.ये लो 600 and keep the change; बहुत मेहनत करते हो.Ans: Thanks Sir.*सीन_4*कमरे का दृश्य - TV में समाचारदो किसानों ने और आत्महत्या की।*(Pizza खाते हुए) - साला, ये गवर्नमेंट किसानों के बारे में बिल्कुल भी नही सोच रही...बड़े शर्म की बात है !**नाटक_समाप्त 🙄*
Subscribe to:
Posts (Atom)