Friday, 22 April 2022

कहते हैं कि व्यक्ति को मन का बिल्कुल साफ होना चाहिए. यदि हम दिल के साफ रहेंगे, तो सब के खास रहेंगे. बात करने के लिए जीभ और कहने के लिए शब्द हम सभी के पास होते हैं. लेकिन हम कब, कहां और क्या कह जाते हैं, पता ही नहीं चलता. मगर जो अपने लिए जीते हैं, वो सब कुछ कह देते हैं और जो अपनों के लिए जीते हैं, वो सब कुछ सह लेते हैं. इसलिए हमें स्वयं को ऐसे बनाना है कि लोग हमारे आने का इंतजार करें, हमारे जाने का नहीं.वैसे भी आज के ज़माने में अब शिकायतें करने से सबका दिल डरता है, क्योंकि लोग गलती सुधारने की जगह, गलतियां न करना ज्यादा बेहतर समझते हैं. इसलिए अपनी जिंदगी के सलीको को हमें कुछ इस तरह मोड़ देना चाहिए कि जो हमें नजरअंदाज करे, हम उन्हें नजर आना ही छोड़ दें.हम जितनी ज्यादा जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार रहते हैं, उतने ही अधिक लोगों के हम विश्वसनीय बनते हैं. पहले सब लोग अच्छे थे, आज भी अच्छे हैं और कल भी अच्छे ही रहेंगे... फ़िक्र तो केवल वो ही करते हैं जो बोलते कुछ हैं, करते कुछ हैं, दिखते कुछ हैं और होते कुछ और ही है.किस्मत हमारे हाथ में नहीं होती है लेकिन निर्णय हमारे हाथ में होता है. किस्मत हमारे निर्णय को नहीं बदल सकती लेकिन हमारा निर्णय हमारी किस्मत ज़रूर बदल सकता है. बाकी आजकल लोग निभाते नहीं हैं, वरना इन्सानियत से बड़ा रिश्ता और कोई नहीं.