Sunday, 24 April 2022

*पेड़ के नीचे रखी भगवान की टूटी मूर्ति को देख कर समझ आया,* *कि..**परिस्थिति चाहे कैसी भी हो,* *पर कभी ख़ुद को टूटने नही देना..* *वर्ना ये दुनिया जब टूटने पर भगवान को घर से निकाल सकती है तो फिर हमारी तो औकात ही क्या है।* *""सदा मुस्कुराते रहिये""* *🙏सुप्रभात🙏*