माता पिता का एक बेटे के नाम छोटा सा पैगाम :1. जिस दिन तुम हमे बूढ़ा देखो तब सब्र करना और हमे समझने की कोशिश करना.2. जब हम कोई बात भूल जाए तो हम पर गुस्सा ना करना और अपना बचपन याद करना.3. जब हम बीमार हो जाए तो वो दिन याद करके हम पर अपने पैसे खर्च करना जब हम तुम्हारी ख्वाहिशे पूरी करने के लिए अपनी ख्वाहिशे कुर्बान करते थे.4. जब हम बूढ़े होकर चल ना पाए तो हमारा सहारा बनना और अपना पहला कदम याद करना.। 5. जब हमारे आँखों मे आँसू देखना तो वह दिन याद करना, जब तुम रोते थे, तो सीने से लगाकर चुप कराते थे ।6. जब हम ठंड से ठिठुर रहें हो तो और गुहार लगा रहें हों, तो बिना कोई देर किये हमारे ऊपर रजाई और कम्बल डालना। वह दिन याद करना जब ठंड के दिनों में पैरों से रजाई नीचे गिरा देते थे और ठंड लगने पर रोते थे, तो अपने कलेजे लगाकर फिर रजाई ओढाते थे ।