"एक कागज का टुकड़ा गवर्नर के हस्ताक्षर से नोट बन जाता है,जिसे तोड़ने, मरोड़ने, गंदा होने एवँ जज॔र होने से भी उसकी कीमत कम नहीं होती...ठीक ऊसी तरह आप भी ईश्वर के हस्ताक्षर हैं,जब तक आप ना चाहे आपकी कीमत कम नहीं हो सकती,आप अनमोल है ,अपनी कीमत पहचानिये...!!!"