किसान नहीं ,तो अन्न नहीं यह लड़ाई किसी मज़हब की नहीं है ।यह लड़ाई है हकूमत के साथ अपने हक़ को मांगने की।सारे भारत के किसान इकट्ठे एक जुट हो कर अपना हक़ मांग रहे हैं गवर्नमेंट से । आज किसानों की बारी है कल को किसी और की बारी आ सकती है .! कृपया कानून समझने की कोशिश करें और सबसे निवेदन है की किसानों का साथ दीजिये ! धन्यवाद 🙏beautiful life skl