वाह रे कैसा अद्वितीय युद्ध है यह विश्व भर में छिड़ा हुआ जहाँ पर कोई नहीं किसी का दुश्मन बस हर कोई इन्सानियत की डोर से है बंधा हुआ आज युगों बाद इन्सान दूसरों को भी सच में इन्सान समझने लगा हैं आज धर्म की या किसी देश की नागरिकता की दीवार खड़ी नहीं है किसी के मन में किसी ने दूसरों को हरा कर बाजी को नहीं है जीतना नहीं है कोई छल कपट किसी के मन में है न कोई द्वेष और वैर बच्चा हो या बूढ़ा अमीर हो या गरीब नौकर है या मालिक युगों बाद सब खडे है इक साथबस एक ही सब की कामना है हर जीव के जानी दुश्मन करोना के आगे किसी को भी नहीं हराना हैकिसी भी तरह के भेदभाव और अस्त्र शस्त्र के बिना हर किसी के जीवन केलिए जरूरी precautions लेते हुए अपनी सरकार के निर्देश का पालन करते हुए सब ने मिलकर परन्तु दूर दूर रह कर curfew में रहकरविजय को पाना हैकम्बख्त VIRUS को जड़ से मुकाना है कैसा युद्ध है यह बिन अस्त्र शस्त्र के संयम एव सूझबूझ से इन्सानियत के शत्रु Coviod 19को हराकरविश्व इतिहास में विजय का डंका बजाना है🙏🙏🙏