Sunday, 25 December 2022

फूलों की तरह बनना होगा।,जीवन को यदि महकाना है,फूलों की तरह खिलना होगा।जीवन-पथ पर यदि चलना है,कांटों की चुभन सहना होगा।जीवन सार्थक यदि करना है,फूलों सा समर्पण करना होगा।