Friday, 25 June 2021

‘‘बर्बाद गुलिस्तां करने को बस एक ही उल्लू काफ़ी हैहर शाख पे उल्लू बैठें हैं अंजाम ऐ गुलिस्तां क्या होगा।’🥀🥀Writer..शौक़ बहराइची’ ।